नाते पाक
दर्द सह कर भी तेरा नाम लिए जाते हैं
तेरे दीवाने तूझे याद किए जाते हैं
तू नवाजे़ न नवाजे तेरी मरजी़ मौला
हमतो सजदे तेरी चोखट पे किए जाते है
शुक्रिया तेरा रफू गर मगर इतना तो बता
क्या मोहब्बत में गिरे बान सिए जाते है
एक हम हैं के हमें कुछ भी नहीं पासे वफा
एक वो हैं जो करम हमपे किए जाते है
हम परिस्तारे मोहब्बत हैं हमें जाम से क्या
वोह पिलाते हैं निगाहों से पिए जाते हैं
जाने वाले तेरे क़दमों के निशाँ बाकी़ हैं
हम तो सजदे उन्ही राहों पे किए जाते हैं
ऐ फना इश्क़ का दस्तूर तुझे क्या मालूम
इशक़ में दिल ही नहीं सर भी दिए जाते हैं
نعت پاک
Tags:
Naate-paak