मनक़बत सय्यदना इमाम हुसैन
दीन का डंका बजाया है अली के लाल ने
जा़लिमों ने हाथ मांगा था जिस घड़ी शब्बीर से
उस के बदले सर कटाया है अली के लाल ने
थर थराता है जहाँ मोत के ही नाम पे
मौत से पंजा लडाया है अली के लाल ने
कौन कहता है हुसैन इबने अली प्यासे रहे
पानी को पानी पिलाया है अली के लाल ने
जो किया था बचपना में वादा नाना जान से
कर्बला में वो निभाया है अली के लाल ने
हु़र ये बोले खुल्द का परवाना मुझको मिल गया
अपने सीने से लगाया है अली के लाल ने
منقبت سیّدنا امام حسین
مکمل
मो० उस्मान आशिकी़
Lakhimpur Kheri Uttar Pardesh Up India
Peer / 01 / august / 2022
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Manqabate-Mola-Alli