मनक़बत इमामे हुसैन इन हिंदी
रुतबे में यूँ बुलन्द हमारा हुसैन है
क़ुरआन मुस्तफा हैं तो पारह हुसैन हैं
चूमा हे और सूंघा है जिनको हुज़ूर ने
किस दर जाउं नबी का दुलारा हुसैन है
उंगली से या हुसैन लिखो दिल पे और कहो
टूटे हुऐ दिलों का सहारा हुसैन है
मौला अली के वासते बेशक क़रार दिल
और फातिमा की आखों का तारा हुसैन है
करदो न आज बज़म में ऐलान ऐ नदीम
बातिल से जो कभी नही हारा हुसैन है
منقبت امام حسین ان اردو
आपकी दुआओं का मुंतज़िर
मो०उस्मान आशिकी़
RASULPANAH GOLA LAKHIMPUR KHERI UP INDIA
JUMA / 5 / AUGUST / 2022
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