सलातो सलाम
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलावा तुल्ला अलैका
रहमतों के ताज वाले, दो जहाँ के राज वाले
अर्श की मेराज वाले, आसियों की लाज वाले
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलावा तुल्ला अलैका
है ये हसरत कि दरपे आएं, अश्कके दरिया बहाएं
दाग़ सीने के दिखाऐं, सामने होकर सुनाएं
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलवा तुल्ला अलैका
पूरी या रब ये दूआ कर, हम दरे मोला पे जा कर
पहले कुछ नाते सुनाकर, ये पड़ें सरको झुका कर
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलावा तुल्ला अलैका
रन्जो ग़म खाए हुए है, दूर से आए हूए हैं
तुम पर इतराए हुये है, हाथ फैलाए हुए है
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलावा तुल्ला अलैका
क़बर में तशरीफ लाना, कलमाए तय्यब पढ़ाना
जब ना हो कोयी ठिकाना, अपनी कमली में छुपाना
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलावा तुल्ला अलैका
तख्त नूरानी बिछा हो, उसपे तुम जलवा नुमा हो
इस तरफ से ये सदा हो, या नबी सलाम अलैका
या नबी सलाम अलैका, या रसूल सलाम अलैका
या हबीब सलाम अलैका, सलावा तुल्ला अलैका
یا نبی سلام علیک
आपकी दुआओं का मुंतज़िर
मो० उस्मान आशिकी़
RASULPANAH GOLA LAKHIMPUR KHERI UP INDIA
JUMMA / 12 / AUGUST / 2022
Tags:
Salato-salam