तराना
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दूस्तान हमारा
हक्ष बुलबुले है इसकी, ये गुलसिताँ हमारा
ग़ुरबत में हों अगर हम, रहता है दिल वतन में
समझो वहीं हमे भी, दिल हो जहाँ हमारा
परबत वो सब से ऊंचा, हम साया आसमा का
वोह सन्तरी हमारा वोह पासबाँ हमारा
गोदी में खेलती हैं इसकी हज़ारों नदियां
गुलशन है जिस के दम से रश्के जिना हमारा
ऐ आबे रूद गंगा वोह दिन हैं याद तुझको
उतरा तेरेकिनारे ये जब कारवा हमारा
मज़हब नहीं सिखाता आपस में बेर रखना
हिन्दी हैं हम वतन है हिन्दुसिताँ हमारा
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हिन्दी तराना डो० इक़बाल
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Hindi-Tarana